प्रेगनेंसी टेस्ट में एक लाइन डार्क और दूसरी फीकी क्यों है?

यह जानने के लिए कि प्रेगनेंसी टेस्ट में एक लाइन डार्क और दूसरी फीकी (light) क्यों है, पहले आपको जानना होगा कि प्रेगनेंसी टेस्ट किट काम कैसे करता है।

प्रेगनेंसी टेस्ट किट उन महिलाओं के लिए एक जरूरी उपकरण है जो जानना चाहती हैं कि वो गर्भवती हैं या नहीं। यह उपकरण महिला के मूत्र में ह्यूमन कोरियोनिक गोनाडोट्रोपिन (hCG) नामक हार्मोन की उपस्थिति का पता लगाता है। यदि महिला के मूत्र में एचसीजी मौजूद है, तो इसका मतलब महिला गर्भवती है। एचसीजी का उत्पादन महिला के शरीर में तभी होता है जब वो गर्भवती होती है।

जब महिला अपना मूत्र प्रेगनेंसी टेस्ट किट में डालती है तो सबसे पहले एक गाढ़ी लाइन बनती है। इसे फर्स्ट लाइन या कण्ट्रोल लाइन (Control line) भी कहा जाता है। इस पहली डार्क लाइन का मतलब है कि प्रेगनेंसी टेस्ट किट अच्छे से काम कर रहा है। यदि पहली लाइन डार्क नहीं बनती तो इसका मतलब किट अच्छे से काम नहीं कर रहा है और आपको नए किट से टेस्ट करने की जरूरत है।

यदि दूसरी लाइन फीकी है, तो इसका मतलब महिला के मूत्र में एचसीजी का स्तर कम है और वह गर्भ धारण के शुरूआती चरण में है। इस स्थिति में महिला को कुछ दिन बाद फिर से प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए।

नोट: मूत्र में एचसीजी का स्तर जितना अधिक होता है दूसरी लाइन उतनी ही गाढ़ी बनती है। लाइन का गाढ़ा होना यह स्पस्ट करता है कि महिला गर्भवती है।

हालांकि, कुछ दुर्लभ मामलों में टेस्ट किट में गड़बड़ी होने के कारण भी दूसरी लाइन फीकी हो सकती है। इस संदेह को दूर करने के लिए आप उसी समय एक नए टेस्ट किट से दोबारा टेस्ट कर सकते हैं। यदि इस बार भी दूसरी लाइन फीकी बनती है, तो यह स्पष्ट है कि महिला गर्भावस्था के प्रारंभिक चरण में है।


निष्कर्ष: प्रेगनेंसी टेस्ट में 1 लाइन डार्क और दूसरी फीकी दिखने का मतलब है कि महिला के मूत्र में एचसीजी (hCG) का स्तर कम है, और ऐसा गर्भावस्था के शुरूआती समय में होता है। इस स्थिति में महिला को अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए या कुछ दिन बाद फिर से टेस्ट करना चाहिए।

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