गर्भपात के बाद कमजोरी दूर करने के उपाय

गर्भपात के बाद महिलाएं न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक रूप से भी कमजोर हो सकती हैं। गर्भपात के बाद शरीर में कमजोरी महसूस होना चिंता का विषय नहीं है, यह लगभग सभी महिलाओं में देखा जाता है।

यदि अबॉर्शन के बाद आपको शरीर में कमजोरी, शिथिलता या थकान महसूस होती है तो इन लक्षणों से छुटकारा पाना आवश्यक है। इसके लिए आपको किसी विशेष दवा की जरूरत नहीं है। खान-पान में बदलाव लाकर और कुछ घरेलू टिप्स फॉलो करके आप गर्भपात के बाद होने वाली कमजोरी से छुटकारा पा सकती हैं।

गर्भपात के बाद कमजोरी दूर करने के उपाय

गर्भपात के बाद कमजोरी दूर करने के लिए निम्न उपाय आजमाएं:

भरपूर उर्जा प्राप्त करें

गर्भपात के बाद आपके शरीर को भरपूर ऊर्जा और पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इसलिए आपको प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दाल, साबुत अनाज, सोयाबीन आदि का सेवन करना चाहिए। हरी सब्जियां भी डाइट में जरूर शामिल करें।

एनर्जी ड्रिंक पिएँ

घर में बने हुए एनर्जी ड्रिंक गर्भपात के बाद की कमजोरी को दूर कर सकते हैं। अनार, सेब, संतरा, अंगूर, अनानास आदि फलों का ताजा जूस बनाएं और पिएँ।

पालक और चुकंदर का सेवन भी कर सकते हैं। चुकंदर लाल रक्त कोशिकाओं (Red blood cells) को रिपेयर करता है और शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई को बढ़ावा देता है जिससे कमजोरी दूर होती है।

भरपूर पानी पिएँ

पानी हमारे शरीर में उर्जा के स्तर को बनाए रखने में काफी मददगार है। पानी में मौजूद मिनरल्स आपको तरोताजा करते हैं और शरीर को हायड्रेटेड रखते हैं।

ध्यान दें कि शरीर में पानी कि कमी न होने पाए। बीच-बीच में पानी पीते रहें।

पाचन संबंधी समस्याओं से बचें

पाचान संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज, दस्त, मतली आदि कमजोरी का कारण बनती हैं। पाचन खराब रहने से भोजन सही तरीके से नहीं पचता है जिससे भोजन में मौजूद पोषक तत्वा हमारे शरीर को नहीं मिल पाते हैं। यह भी गर्भपात के बाद कमजोरी आने का एक कारण हो सकता है।

इसलिए गर्भपात के बाद महिलाओं को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जो आसानी से पच जाएं। इससे पाचन दुरुस्त रहेगा और कमजोरी महसूस नहीं होगी।

मनपसंद खाना खाएं

चूंकि आपको कमजोरी दूर करनी है, इसलिए आपको अधिक कैलोरी या सेवन करना होगा। ऐसे में आप अपना पसंदीदा खाना ऑर्डर कर सकते हैं या घर पर बना सकते हैं। इससे आप बेहतर महसूस करेंगे और बॉडी का एनर्जी लेवल भी बढ़ेगा।

पर्याप्त आराम करें

गर्भपात के बाद के कुछ दिनों केवल आपको आराम करना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा समय आराम करने में बिताएं। कठोर एक्सरसाइज या मेहनत करने से बचें।

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि लगातार कमजोरी बनी हुई है तो डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर निम्न टेस्ट कराने की सलाह दे सकता है:

  • हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)
  • कम्पलीट ब्लड काउंट (CBC)
  • टीएसएच (Thyroid-stimulating hormone) टेस्ट
  • हीमोग्लोबिन टेस्ट

यदि आपका हीमोग्लोबिन कम है या ब्लड काउंट कम है तो डॉक्टर दवा लिख सकते हैं। आपके लिए एक नई डाइट चार्ट भी लिखी जा सकती है। इस स्थिति में आपको 10-20 मिनट प्राणायाम भी करना चाहिए। इससे हीमोग्लोबिन, ब्लड प्रेशर और अवसाद से राहत मिलेगी।

निष्कर्ष

गर्भपात के बाद लगभग एक हफ्ते तक कमजोरी आना सामान्य बात है। उनींदापन, थकान और उल्टी का अनुभव भी हो सकता है। इसका एक बड़ा कारण ब्लीडिंग है। जब ब्लीडिंग बंद हो जाती है और हारमोंस का स्तर सामान्य हो जाता है तो धीरे-धीरे कमजोरी दूर हो जाती है। इसलिए चिंता न करें और शरीर को रिकवर होने के लिए पर्याप्त समय दें।

अगर गर्भपात के एक हफ्ते बाद भी कमजोरी बनी रहती है, तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।

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