भारत के लोगों की डाइट में चावल अवश्य होता है। चावल हमारा एक प्राथमिक भोजन है। लेकिन बवासीर के रोगी खान-पान में विशेष ध्यान रखते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं। इसी का जवाब हम देने वाले हैं।
बवासीर में चावल खाना चाहिए या नहीं – bawaseer me chawal khana chahiye ya nahi
सफेद चावल
बवासीर में सफेद चावल या चमकाए हुये चावल (polished rice) का सेवन नहीं करना चाहिए। खासकर यदि आप पहले कभी बवासीर से पीड़ित हो चुके हैं तो इस बार सफेद चावल का सेवन बिलकुल न करें। सफेद चावल कब्ज उत्पन्न करना है जो बवासीर के लक्षणों को अधिक बिगाड़ देता है। सफेद चावल का सेवन करने से बवासीर का आकार भी बढ़ सकता है।
सफेद चावल मल को कठोर बनाता है और इसे अधिक खा लेने पर पेट में गैस भी बनने लगती है। पेट की गैस बवासीर के मस्सों में असहनीय दर्द उत्पन्न कर सकती है। आपको बार-बार टॉयलेट जाने की जरूरत भी पड़ सकती है।
ब्राउन राइस
आप ब्राउन राइस का सेवन कर सकते हैं। इसे भूरा चावल भी कहते हैं। ब्राउन राइस एक साबुत अनाज है, जिसमें चोकर भी मौजूद होता है। चोकर में फाइबर पाया जाता है जो कब्ज को दूर करता है। यह बवासीर के मस्सों को अप्रत्यक्ष रूप से सुखाने में मदद भी करता है। इसलिए बवासीर में ब्राउन राइस खाना सुरक्षित और फायदेमंद हो सकता है।
ब्राउन राइस में मौजूद फाइबर मल को मुलायम बनाता है। इससे मल त्याग में मदद मिलती है और मल त्याग के दौरान दर्द भी नहीं होता है। यह आसानी से डाइजेस्ट हो जाता है, जो बवासीर में किसी वरदान से कम नहीं है।
निष्कर्ष: बवासीर में सफेद चावल नहीं खाना चाहिए। ब्राउन राइस (जिसे आम भाषा में बगरी बोलते हैं) खा सकते हैं।