नींद की गोली लेने के फायदे और गंभीर नुकसान

नींद की कई तरह की बीमारियाँ होती हैं। नींद न आना, सोते-सोते नींद खुल जाना, गहरी नींद न आना इत्यादि। इन बीमारियों का इलाज कई तरह की फिजिकल और मेंटल प्रक्रियाओं द्वारा किया जा सकता है। एक गैर-स्थाई इलाज के तौर पर नींद की गोलियों का उपयोग भी कर सकते हैं।

इस लेख में हम नींद लाने की मेडिसिन के फायदे और  नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं। 

नींद की दवा क्या है?

नींद की दवा आमतौर पर ऐसे पदार्थों से बनी होती है जो हमारे दिमाग को रिलैक्स करते हैं और नींद प्रदान करते हैं। ज्यादातर नींद के दवाएं शामक कृत्रिम निद्रावस्था (sedative-hypnotics) में वर्गीकृत हैं। इसका मतलब है कि यह गोलियां हमारे तंत्रिका तंत्र (nervous system), स्पाइनल कार्ड और मस्तिष्क को प्रभावित करके काम करती हैं।

नींद की दवाएं बेहोशी बढ़ाती हैं और मरीज सो जाता है। कुछ प्राकृतिक जड़ी-बूटियाँ भी हैं (जैसे कैमोमाइल और लैवेंडर) जिनसे बनी दवाएं नींद में मदद करती है।

नींद की गोली के फायदे – Nind ki goli ke fayde in Hindi

नींद की टेबलेट खाने से निम्न फायदे हो सकते हैं:

  • नींद की गोली तनाव या चिंता के कारण नींद न आने में आपकी मदद कर सकती है।
  • अच्छी और लंबी नींद प्रदान करती है।
  • नींद की टेबलेट जेट लैग विकार (desynchronosis) में आपकी सहायता कर सकती हैं।
  • ज्यादातर यात्री जो कुछ ही समस्या के भीतर कई टाइम जोन में यात्रा करते हैं वो स्लीपिंग टेबलेट साथ रख सकते हैं।
  • नींद संबंधी विकारों का अस्थाई उपचार प्रदान करती हैं।

नींद की गोली के साइड इफेक्ट – Neend ki goli ke side effects in Hindi

नींद की गोलियां कई प्रकार की होती हैं और हर एक के अलग-अलग दुष्प्रभाव होते हैं। इसके अलावा दुष्प्रभाव एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। इसलिए गोली के नुकसान को देखने के लिए आपको उस विशेष गोली को आजमाना होगा।

यदि आपको अस्थमा, क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) या फेफड़ों से संबंधी कोई अन्य बीमारी है तो नींद की गोलियां लेने से बचें। यह गोलियां आपमें श्वास की दिक्कत पैदा कर सकती हैं।

नींद की मेडिसिन लेने के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट हैं:

  • शरीर का संतुलन बना पाने में दिक्कत, अस्थिरता का बढ़ना
  • चक्कर आना
  • दिन के समय बेहोशी आना
  • मुँह या गला शुष्क होना
  • हाथ, हाथ, पैर या पैर में जलन या झुनझुनी
  • भूख में परिवर्तन
  • कब्ज
  • दस्त
  • असामान्य सपने आना
  • दुर्बलता या कमजोरी महसूस करना
  • मानसिक रूप से धीमा होना
  • यादाश्त में कमी आना
  • पेट दर्द या कोमलता
  • शरीर के अंगों में थरथरी
  • पेट में गैस
  • सिरदर्द
  • पेट में जलन

यदि आप उपर्युक्त लक्षणों को असामान्य रूप से अनुभव कर रहे हैं तो डॉक्टर से बात करें।

निष्कर्ष

नींद की गोली के कई फायदे और नुकसान हैं। यदि डॉक्टर की सलाह पर इन गोलियों का सेवन करते हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। बिना जाने समझे, खुद की मर्जी से इन दवाओं को खाने पर जान का खतरा भी हो सकता है।

इन दवाओं को लेने के बजाय आपको सोने का समय बदलने की कोशिश करनी चाहिए। कैफीन उत्पादों से बचें और रात में सोने की कोशिश करें।

संबंधित प्रश्न (FAQs)

  1. सोने के कितने घंटा पहले नींद की टेबलेट खानी चाहिए?

इसके लिए पहले यह जानना होगा कि आप किस साल्ट की टेबलेट का उपयोग कर रहे हैं। बेहतर होगा कि आप टेबलेट दिखाकर यह प्रश्न किसी डॉक्टर से करें।

  1. क्या इनसोम्निया बीमारी में मैं इन गोलियों का इस्तेमाल कर सकते हैं?

जी बिलकुल, लेकिन स्लीपिंग पिल्स तभी तक कारगर हैं जब तक इनका सेवन किया जाए। जब कभी आप दवा का सेवन करना बंद करेंगे, आप फिर से अनिद्रा का शिकार हो जाएँगे। इसलिए इनसोम्निया (insomnia) के लिए किसी स्थाई उपचार की तलाश करें।

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