नींद की गोली से हो सकती है मौत? इस तरह खत्म करें असर

नींद की गोलियों के साइड इफेक्ट से बचना उतना आसान नहीं है जितना आप सोचते हैं। यदि आप इसे कभी-कभार लेते हैं या डॉक्टर की सालह पर लेते हैं तो ठीक है। मनमाने तरीके से नींद की टेबलेट का सेवन करना आपको महंगा पड़ सकता है।

कभी-कभी नींद की गोलियां नकारात्मक दुष्प्रभाव पैदा कर सकती हैं, भले ही आप उन्हें उचित इर्देश के बाद ले रहे हैं। यह गोलियां अच्छी नींद पाने का अल्पकालिक समाधान हैं, लेकिन यह कई बार यह आपकी नींद में बाधा भी डाल सकती हैं। आपको इसकी लत लग सकती है जो अच्छी बात नहीं है।

नींद की गोली और शराब का ओवरडोज

नींद की गोली और शराब एक साथ लेने से ओवरडोज का खतरा बढ़ जाता है। यह आपके लिए घातक हो सकता है। अगर आप शराब में नींद की गोलियां मिलाते हैं, तो आपको ये दुष्प्रभाव हो सकते हैं:

  • सांस लेने में कठिनाई
  • ह्रदय गति का कम होना
  • ब्लड प्रेशर कम होना
  • स्मरणशक्ति में कमी
  • अल्जाइमर का खतरा
  • हार्ट अटैक का खतरा
  • सोते हुए मौत

नींद की गोलियां खाने से मौत हो सकती है, लेकिन अगर आप इसके साथ शराब लेते हैं तो मरने की संभावना अधिक हो जाती है।

कितनी नींद की गोली खाने से मौत हो जाती है?

आधुनिक स्लीपिंग एजेंट और टेबलेट पुरानी गोलियों की तुलना में अधिक सुरक्षित हैं। इसलिए नींद की गोली के उपयोग से मृत्यु की संभावना पहले की तुलना में कम है, लेकिन यह अभी भी संभव है।

नींद की गोलियां आपको दो तरह से मार सकती हैं। यदि ओवरडोज हो जाए तो व्यक्ति तुरंत मर सकता है। और यदि ओवरडोज न हो तो यह धीमी मौत दे सकती हैं। यह आपके मस्तिष्क को क्षति पहुंचा सकती हैं जो बाद में ब्रेन डिसऑर्डर का कारण बनता है और आपकी मृत्यु हो सकती है।

एक शोध के मुताबिक़ यदि आप साल भर में 1 से 18 नींद की गोलियों का सेवन करते हैं तो अगले ढाई सालों में आपके मौत की संभावना 3.5 गुना बढ़ जाती है। आप सालाना जितनी अधिक गोलियां खाते हैं, मौत का खतरा उतना ही बढ़ता है।

एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग नींद की कृत्रिम गोलियां लेते हैं, उन्हें अगले ढाई साल में कैंसर विकसित होने की संभावना 35 प्रतिशत अधिक होती है, उनके मुकाबले जो नींद की गोलियां नहीं लेते हैं।

मुसीबत बढ़ जाती है यदि आप मोटापे का शिकार है। नींद की गोली से मरने वाले 100 लोगों में 2 की मृत्यु इसलिए होती है क्योंकि उनका वजन अधिक होता है।

नींद की गोली का असर कैसे खत्म करें?

नींद की गोली का असर अगले दिन तक भी रह सकता है। आप दिन भर थकान और उनींदापन महसूस कर सकते हैं। इस असर को खत्म करना आसान नहीं है, लेकिन एक कोशिस और प्रतिबद्धता से आप यह कर सकते हैं।

प्राणायाम करें

यह नींद की गोली के असर को खत्म करने का सबसे बेहतर तरीका हो सकता है। अनुलोम-विलोम और कपालभाति प्राणायाम आपके शरीर की मादकता को तुरंत दूर कर सकते हैं। 5-10 मिनट प्राणायाम करने के बाद आप फ्रेश महसूस करेंगे और आपका उनींदापन भी दूर हो जाएगा।

पानी पिएँ

शरीर में पानी की कमी होने से बेहोशी बढ़ती है। नींद की गोली का असर खत्म करने के लिए हर एक-दो घंटे में थोड़ी-थोड़ी पानी पिएँ।

नींबू पानी

यदि आप नींद की गोलियों के नशीले प्रभाव का मुकाबला करना चाहते हैं तो आपको नींबू पानी पीना चाहिए। नीबू पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर पीने से हैंगओवर तुरंत दूर हो जाता है।

दही खाएं

नींद की गोली का असर खत्म करने के लिए दही में मौजूद प्रोबायोटिक अहम् भूमिका निभा सकते हैं। दही में मौजूद अच्छे बैक्टीरिया शरीर को डिटॉक्स करते हैं और आपके दिमाग को सक्रिय बनाते हैं।

नींद की गोली से संबंधित प्रश्न

  1. नींद की गोली का असर कितनी देर रहता है?

नींद की गोली का असर 12-24 घंटा तक रहता है।

  1. 10 नींद की गोली खाने से क्या होगा?

नींद की 10 गोलियां खाने से आप बेहोश हो सकते हैं। आपकी मौत भी हो सकती है।

  1. नींद की 20 गोली खाने से क्या होगा?

नींद की 20 गोली खाना अच्छी बात नहीं है। ऐसा करने से आपकी जान को खतरा भी हो सकता है।

  1. रात को तुरंत नींद आने के लिए क्या करना चाहिए?

रात को तुरंत नींद आने के लिए डॉक्टर की सलाह पर नींद की गोली का सेवन कर सकते हैं। यदि आप किसी भी खतरे से बचे रहना चाहते हैं तो अन्य उपायों की तलाश करें।

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