इस लेख में हम हेपेटाइटिस बी के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का उत्तर दे रहे हैं।
हेपेटाइटिस बी पॉजिटिव का मतलब है कि आप हेपेटाइटिस बी वायरस से संक्रमित हो चुके हैं।
वैज्ञानिकों ने हेपेटाइटिस बी के इलाज के लिए एक नई इम्यूनोथेरेपी की खोज की है। इम्यूनोथेरेपी शरीर की प्रतिरक्षा प्रक्रिया को मजबूत करके हेपेटाइटिस बी वायरस को लंबे समय तक दबाती है।
हेपेटाइटिस बी वायरस शरीर के बाहर लगभग 7 दिनों तक जीवित रहता है।
हेपेटाइटिस बी से संक्रमित वयस्कों में, लगभग 90% से 94% पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं।
2019 की एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 1.5 लाख से अधिक भारतीय हेपेटाइटिस बी से संबंधित जटिलताओं के कारण मर जाते हैं।
नहीं, हेपेटाइटिस बी से संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध नहीं बनाना चाहिए। वायरस से बचने के लिए सेक्स के दौरान कंडोम का प्रयोग करें।
तीव्र (Acute) हेपेटाइटिस बी को ठीक किया जा सकता है। तीव्र हेपेटाइटिस बी से संक्रमित अधिकांश रोगी ठीक हो जाते हैं। लेकिन क्रोनिक हेपेटाइटिस बी का कोई इलाज नहीं है।
यदि आप सभी आवश्यक परीक्षण करवा रहे हैं और सभी सावधानियां बरत रहे हैं, तो आप शादी कर सकते हैं।
भारत में हेपेटाइटिस बी वैक्सीन (सीरम इंस्टीट्यूट) की कीमत ₹50 से ₹250 तक है।
यदि आप हेपेटाइटिस बी के लक्षण या जटिलताओं का अनुभव करते हैं, तो आप इलाज के लिए अपने नजदीकी अस्पताल में पहुंच सकते हैं।
आमतौर पर हेपेटाइटिस बी वायरस लार (थूक) से नहीं फैलता है।
यदि महिला एचबीवी से संक्रमित है तो सी-सेक्शन डिलीवरी से बचना चाहिए। सी-सेक्शन डिलीवरी में बच्चे तक वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
नहीं। अगर आपका शरीर एचबीवी वायरस को एक बार खत्म कर चुका है, तो आप दोबारा संक्रमित नहीं होंगे।
यदि आप अपने जीवन में कभी भी हेपेटाइटिस बी वायरस पॉजिटिव हुए हैं तो आप रक्तदान नहीं कर सकते हैं।
आमतौर पर हेपेटाइटिस बी वायरस चुंबन (kiss) लेने से नहीं फैलता है।