एचआईवी (HIV) और हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) दोनों ही खतरनाक वायरस हैं, लेकिन यह अलग-अलग तरीके से शरीर को प्रभावित करते हैं। अक्सर लोग इन दोनों को एक समझ लेते हैं या इनके बीच का अंतर नहीं समझ पाते हैं। तो आइए जानते हैं एचआईवी और एचबीवी के बीच क्या अंतर है।
हेपेटाइटिस बी और एड्स में क्या अंतर है?
परिभाषा
एड्स एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो शरीर की सफेद रक्त कोशिकाओं को संक्रमित करके रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम कर देती है जबकि हेपेटाइटिस बी एक खतरनाक लिवर इंफेक्शन है जो लिवर के कार्यक्षमता को प्रभावित करता है।
कारण
एड्स एचआईवी वायरस (HIV Virus) के कारण होता है जबकि हेपेटाइटिस बी एचबीवी वायरस (HBV Virus) के कारण होता है।
फैलाव
एचआईवी असुरक्षित संबंध बनाने, खून, स्पर्म या वजाइनल फ्लूइड से फैलता है। एचबीवी भी इसी तरह फैलता है।
इलाज
मौजूदा समय में एड्स का कोई इलाज नहीं है। एक्यूट हेपेटाइटिस बी का इलाज संभव है लेकिन क्रोनिक हेपेटाइटिस बी का भी कोई इलाज नहीं है।
एड्स | हेपेटाइटिस बी |
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यह एक संक्रामक बीमारी है। | हेपेटाइटिस बी भी एक संक्रामक बीमारी है। |
एड्स एचआईवी (Human Immunodeficiency Virus) के कारण होता है। | यह हेपेटाइटिस बी वायरस (HBV) के कारण होता है। |
यह रक्त, वीर्य और योनि के तरल पदार्थ से फैलता है। | यह भी रक्त, वीर्य और योनि द्रव से फैलता है। |
मनुष्य का शरीर एड्स को पूरी तरह से खत्म नहीं कर सकता है। | एक्यूट हेपेटाइटिस बी को खत्म किया जा सकता है। |
एड्स प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है। | हेपेटाइटिस बी मुख्य रूप से यकृत (liver) को प्रभावित करता है। |
निष्कर्ष
एड्स और हेपेटाइटिस बी दोनों ही खतरनाक बीमारियां हैं जिनका कोई सफल इलाज मौजूद नहीं है। यह दोनों वाइट ब्लड सेल्स (WBC) को खत्म करने का काम करती हैं जिससे अन्य रोगों के होने का खतरा बढ़ जाता है।