आयुर्वेद में गिलोय का स्थान सर्वोपरि है। प्राचीन काल से ही गिलोय (giloy) का इस्तेमाल कई रोगों के इलाज में होता आ रहा है। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण गिलोय को एक चमत्कारी औषधि बताते हैं, जो केवल रोगों का इलाज नहीं करती है बल्कि रोग होने ही नहीं देती है।
गिलोय को गुडूची भी कहा जाता है। गाँव के लोग गिलोय को गुडूची के नाम से ही जानते हैं।आयुर्वेद में बताया गया है कि गिलोय का पौधा जिस पेड़ पर चढ़ता है उसमें उसी पौधे के गुण आ जाते हैं। यदि गिलोय नीम के पेड़ में चढ़ता है तो गिलोय में कुछ गुण नीम के भी आ जाते हैं। इसका स्वाद हल्का कड़वा हो जाता है और यह अधिक फायदेमंद बन जाता है।
आज इस लेख में हम गिलोय के अनेक लाभ और नुकसान बताने वाले हैं।
गिलोय के फायदे – Giloy Ke Fayde – Giloy Benefits in Hindi
बुखार
गिलोय बुखार को जड़ से ख़त्म कर सकती है। आप बुखार होने पर गिलोय का उपयोग निम्न तरह से कर सकते है-
- गिलोय को पानी में उबाल ले और फिर छान लें। प्यास लगने पर उसी पानी को पिए इससे बुखार में राहत मिलती है।
- बुखार होने पर आप गिलोय घनवटी कि 1 से 2 गोली दिन में 2 बार ले सकते है।
बुखार होने पर आप सादा पानी न पिएँ। केवल गिलोय युक्त पानी ही पिएँ। इससे बहुत जल्द बुखार उतर जाती है।
खांसी
गिलोय खांसी दूर करने में कारगर है। गिलोय में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते है जो खांसी को दूर करने में मददगार साबित होते है। खांसी होने पर गिलोय के काढ़े का सेवन करना चाहिए। काढ़े में तुलसी,काली मिर्च,हल्दी,गुड़ भी डालें।
खांसी आने पर आप खाली गिलोय की डंठल को भी चबा सकते हैं। इससे तुरंत खांसी रुक जाती है।
डायबिटीज
गिलोय ब्लड सुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है, इसलिए यह डायबिटीज में काफी कारगर है। डायबिटीज के रोगी गिलोय का इस्तेमाल निम्न तरह से कर सकते है-
- गिलोय चूर्ण को पानी के साथ मिलाकर दिन में 2 बार ले सकते है। यह काम खाना खाने के बाद करें।
- एक कप पानी में 2-4 चम्मच गिलोय जूस को मिलकर सुबह भोजन करने के पहले लेने से डायबिटीज नियंत्रित रहती है।
डायबिटीज के रोगियों को नीम के पेड़ में लगे हुए गिलोय का सेवन करना चाहिए।
हालांकि, डायबिटीज रोगियों को गिलोय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हो सकता है कि आप मधुमेह की दवा का सेवन करते हों, जो गिलोय के साथ रिएक्शन पैदा कर सकती है। इसलिए डॉक्टर से अवश्य पूछ लें।
पेट के लिए
पेट से संबंधित समस्याओ में गिलोय बहुत कारगर होता है। एक चम्मच गिलोय के चूर्ण को गरम पानी के साथ रात में लेने से पेट के कई रोगों से आराम मिलता है। गिलोय का काढ़ा भी असरदार होता है। गिलोय का सेवन करने से एसिडिटी, कब्ज आदि रोगों में जबरजस्त लाभ मिलता है।
स्किन के लिए (for skin)
त्वचा को साफ़ और सुन्दर रखने में गिलोय मदद कर सकता है। दरअसल गिलोय का सेवन करने से खून साफ़ होता है, जिससे त्वचा सम्बन्धी कई समस्याओ जैसे मुहासे, दाग, धब्बे आदि से छुटकारा मिलता है। त्वचा में गिलोय का उपयोग निम्न प्रकार से करें-
- गिलोय का पानी पिए। ऐसा करने से खून साफ़ होता है जिससे त्वचा जवान बनती है।
- कील-मुहासे, दाग-धब्बे आदि से प्रभावित स्थानों में गिलोय को पीसकर लगाये।
इम्यून सिस्टम को मजबूत करे
अगर आप रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते है तो गिलोय एक अच्छा विकल्प हो सकता है। गिलोय का सेवन आपको कई संक्रामक रोग जैसे शर्दी-जुकाम, कोरोना से बचाता है। इसमें जिंक, कैल्शियम, आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते है जिससे इम्युनिटी सिस्टम मजबूत बनता है।
सुबह गिलोय जूस को पीने से आप कई रोगों से लड़ सकते है।आप गिलोय को पानी में उबालकर भी पी सकते हैं।
पीलिया
पीलिया से पीड़ित व्यक्ति को गिलोय के पत्तो का सेवन करना चाहिए। गिलोय के 10-15 पत्तो को पीसकर पानी में मिला ले और फिर छान लें, इस पानी को दिन में दो बार पीने से पीलिया में आराम मिलता है।
डेंगू में फायदेमंद
डेंगू में गिलोय का सेवन अवश्य करना चाहिए। डेंगू में शरीर में प्लेटलेट की कमी हो जाती है, जिसे बढ़ाने में गिलोय कारगर है। यह डेंगू के प्रभाव को भी कम करता है जिससे मरीज जल्दी ठीक हो जाता है।
गिलोय के नुकसान – Giloy ke Nuksan – Giloy Side Effects in Hindi
ज्यादा मात्रा में किसी चीज का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। गिलोय का ज्यादा सेवन आपको कई मुसीबतों में डाल सकता है। इसलिए गिलोय का सेवन सीमित मात्रा में करें।आप अपने चिकित्सक से सलाह ले सकते है। गिलोय का अधिक और अनियंत्रित सेवन निम्न मुसीबतों को जन्म दे सकता है।
लो ब्लड प्रेशर
गिलोय का सेवन करने से निम्न रक्तचाप कि समस्या हो सकती है, इसलिए लो ब्लड प्रेशर के मरीज गिलोय का सेवन करने से बचें और अपने डॉटर से सलाह लेने के बाद ही सेवन करें।
सर्जरी के पहले न करें सेवन
सर्जरी के पहले गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए। सर्जरी के दौरान ब्लड प्रेशर संतुलित रहना चाहिए लेकिन गिलोय का सेवन करने से लो ब्लड प्रेशर कि समस्या हो सकती है इसलिए सर्जरी के पहले गिलोय का उपयोग न करें।
इसलिए यदि आप निम्न रक्तचाप के रोगी हैं और आपकी सर्जरी होने वाली है तो गिलोय न लें।
गर्भवती महिलाएं बचें
गर्भवती महिलाओं को गिलोय का सेवन करना चाहिए या नहीं इसपर अभी खोज की कमी है। इसलिए गर्भवती महिलाएं गिलोय का सेवन न करें तो ही अच्छा है। साथ ही स्तनपान कराने वाली महिलाए भीं गिलोय से बचें।
छोटे बच्चे
10 साल से कम उम्र के बच्चों को गिलोय नुकसान पंहुचा सकता है। दरअसल छोटे बच्चो कि पाचनशक्ति इतनी मजबूत नहीं होती हैं कि वो गिलोय को पचा सके, इसलिए गिलोय को छोटे बच्चो को न खिलाए।
हालाँकि, डॉक्टर या वैद्य की सलाह पर कुछ मात्रा में गिलोय बच्चों को भी दिया जा सकता है।
निष्कर्ष
आज हमने गिलोय के अद्भुत और चमत्कारिक फायदों के बारे में जाना। कुछ विशेष परिस्थितियों में इसका सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। हालांकि, यदि आप डॉक्टर से पूछकर गिलोय का सेवन करते हैं तो हानि होने की संभावना बहुत कम हो जाती है।