डायलेशन एंड क्यूरेटेज (D&C) – प्रक्रिया और देखभाल

डायलेशन एंड क्यूरेटेज क्या है?

डायलेशन एंड क्यूरेटेज (Dilation & Curettage) एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसकी मदद से गर्भाशय के भीतर की परतों को हटाया जा सकता है। इसे ‘गर्भाशय की सफाई’ करना भी कहते हैं।

डॉक्टर इस प्रक्रिया को गर्भाशय की किसी समस्या का निदान करने या उसका इलाज करने के लिए कर सकते हैं। आमतौर पर इस प्रक्रिया का इस्तेमाल निम्न परिस्थितियों में किया जाता है:

  • सर्जिकल गर्भपात करने के लिए
  • अधूरे गर्भपात (miscarriage) के बाद गर्भाशय की सफाई करने के लिए
  • योनि से भारी रक्तस्राव का इलाज करने के लिए
  • गर्भाशय के भीतर मौजूद संक्रमित ऊतकों को हटाने के लिए

प्रक्रिया से पहले की तैयारी

  • प्रक्रिया के कुछ घंटे पहले से भोजन या पेय पदार्थ नहीं लेना चाहिए।
  • आपको हॉस्पिटल अकेले नहीं आना है। आपके साथ कोई होना चाहिए जो प्रक्रिया के बाद आपको घर ले जा सके।
  • प्रक्रिया से पहले डॉक्टर महिला को मिसोप्रोस्टोल दे सकते हैं। यह एक दवा है जो गर्भाशय ग्रीवा को नरम बनाती है। इससे डायलेशन की प्रक्रिया में मदद मिलती है।

डायलेशन एंड क्यूरेटेज (D&C) की प्रक्रिया

D&C की प्रक्रिया को एनेस्थीसिया देकर संपन्न किया जाता है। परिस्थिति के अनुसार जनरल या लोकल एनेस्थीसिया दिया जा सकता है।

  • डॉक्टर महिला को एग्जामिनेशन टेबल में लिटाते हैं। फिर रकाब पर महिला की एड़ी रखी जाती है। रकाब हवा में पैर जमाने का एक साधन है।
  • इसके बाद महिला के गर्भाशय ग्रीवा को देखने के लिए डॉक्टर योनि में स्पेकुलम नामक एक उपकरण डालता है।
  • अब गर्भाशय ग्रीवा को पर्याप्त रूप से फैलाने के लिए सर्जन मोटे रॉड की एक श्रृंखला को योनि के भीतर डालता है।
  • अब रॉड को हटाया जाता है और एक चम्मच जैसे दिखने वाला उपकरण डाला जाता है, जिसे सक्शन डिवाइस कहते हैं।
  • इसी उपकरण की मदद से डॉक्टर गर्भाशय के ऊतकों को हटाता है।

प्रक्रिया के बाद

  • प्रक्रिया के बाद आपको कुछ घंटे रिकवरी रूम में रखा जाता है, जहाँ डॉक्टर लगातार महिला के स्वास्थ पर नजर बनाए रखता है।
  • एनेस्थीसिया के प्रभाव के कारण महिला मतली या उल्टी महसूस कर सकती है।
  • प्रक्रिया के बाद कुछ दिनों तक पेट में ऐंठन और हल्की ब्लीडिंग हो सकती है। यह पूरी तरह से सामान्य है।
  • पूरी तरह से रिकवर होने में 2-3 दिन लग सकते हैं।

प्रक्रिया सफल हो जाने के बाद उसी दिन आपको हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी जाती है। घर जाने के लिए आपको एक साथी की जरूरत होती है।

डी एंड सी की जटिलताएं

डायलेशन एंड क्यूरेटेज की प्रक्रिया से निम्न जटिलताएं हो सकती हैं:

  • भारी रक्तस्त्राव
  • गर्भाशय की दीवार में छेद होना
  • आंत में छेद
  • गर्भाशय के भीतर निशान ऊतक (Scar Tissue) विकसित हो सकते हैं।
  • खून के थक्के बन जाना

डायलेशन एंड क्यूरेटेज के बाद देखभाल

D&C की प्रक्रिया के बाद निम्न बातों का ख्याल रखना चाहिए:

  • दर्द कम करने के लिए डॉक्टर एडविल या मोट्रिन (ibuprofen) जैसी ओवर-द-काउंटर दवाएं दे सकता है। डॉक्टर के कहे अनुसार इन दवाओं का सेवन करें।
  • टैम्पॉन (Tampons) का उपयोग न करें।
  • भावनात्मक और मानसिक रूप से स्वस्थ होने के लिए खुद को व्यस्त रखें।
  • योनि के भीतर किसी भी वस्तु को न डालें। संभोग न करें।
  • डी एंड सी की प्रक्रिया से गुजरने के बाद महिला का अगला पीरियड देर या जल्दी आ सकता है। यह चिंताजनक नहीं है।

कुछ दिनों तक आराम करने के बाद महिला अपने सामान्य गतिविधियों को पुनः प्रारंभ कर सकती है। हर किसी का रिकवरी टाइम अलग-अलग होता है। इसलिए कुछ भी करने से पहले अपने डॉक्टर से विशिष्ट दिशानिर्देश लेना चाहिए।

डॉक्टर से कब बात करें?

D&C के बाद अगर निम्न परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं तो डॉक्टर से बात करनी चाहिए:

  • इतनी अधिक ब्लीडिंग हो रही कि हर घंटे एक सैनिटरी पैड भर जाता है।
  • बुखार
  • यदि दर्द कम होने के बजाय बढ़ रहा है।
  • सर्जरी के 48 घंटे बाद भी ऐंठन हो रही है।
  • चक्कर आ रहा है या सिर में तेज दर्द है।
  • यदि योनि से दुर्गन्ध युक्त पदार्थ निकल रहा है।

निष्कर्ष

डी एंड सी के बाद जटिलताओं की संभावना को कम करने के लिए एक अनुभवी सर्जन का चुनाव करें। इसके अलावा अपने स्वास्थ्य, बीमारियों और चल रही दवाइयों का पूरा विवरण अपने डॉक्टर को दें। अगर किसी दवा या पदार्थ से एलर्जी है, तो इसकी जानकारी भी अपने चिकित्सक को अवश्य दें।

Scroll to Top
echo do_shortcode('[random_link_widget]');